1.GREEN MANURE:- फसल को फूल आने की अवस्था में काटकर भूमि में दबाना हरी खाद कहलाता है।
हरी खाद के फायदे :-
Soil Improvement
Biodiversity Enhancement
Reduced Soil Compaction
Pest and Disease Management
Erosion Control
Nitrogen Fixation
Weed control
2.Vermicompost :- केचुआ द्वारा तैयार की गई खाद वर्मी कंपोस्ट कहलाती है
Benefits of vermicompost:-
Improved Soil Structure:
Microbial Activity
Water Retention
Balanced pH
Reduced Soil Erosion:
Environmental Sustainability
Enhanced Plant Growth
3.Varmiwash :- केंचुआ के शरीर से प्राप्त होने वाला लिक्विड तरल |
Benefits of vermiwash :-
Enhanced Plant Growth
Microbial Activity
Organic and Environmentally Friendly
Balanced Nutrient Supply
Reduction of Plant Diseases
Nutrient-Rich
4. FYM एवं अलग-अलग विधि से बनने वाली गोबर की खाद :-
बैंगलोर विधि
इंदौर विधि,
नाडेप विधि
5.देसी गाय के गोबर व गोमूत्र से बनने वाली अलग-अलग खाद :-
जीवामृत :-
बनाने की विधि :- 10 kg गोबर
10 लीटर गोमूत्र
2 kg गुड
1kg बेसन
500 ग्राम पीपल के नीचे की मिट्टी
180 लीटर पानी
सभी को आपस में मिलाकर एक ड्रम में रख देते हैं
3-4 दिन में बनकर तैयार हो जाएगा
घनजीवामृत :-
बनाने की विधि:-
100kg गोबर
5 लीटर गोमूत्र
2 kg गुड
1 kg मिट्टी
2 kg दाल का आटा
सर्वप्रथम 100 kg गोबर के ऊपर आटा डाल देंगे उसके पश्चात गोमूत्र में गुड मिट्टी को मिलाकर उस पर छिड़क दें, 6–7 दिन मे घनजीवामृत बनकर तैयार हो जाएगा
मटका खाद
6.खलियों की खाद :-
नीम की खली
महुआ की खली
सरसों की खली
करंजी की खली
कपास की खली
तिल की खली
अलसी की खली
7.गोबर स्लेरी :-
8.गो कृपा अमृतम :-
गो कृपा अमृतम
यह बंसी गिर गौशाला द्वारा तैयार किया हुआ बैक्टीरिया कल्चर है जिसमें पौधों के लिए सभी आवश्यक पोषक तत्व है उपस्थित होते हैं
इसका निर्माण पंचगव्य व जड़ी बूटियां के समावेश से किया गया है
गो कृपा अमृत खाद, कीटनाशक, फंगी साइड का काम करता है
गो कृपा अमृतम के लाभ :-
मृदा संरचना को सुधरता है
pH बैलेंस करता है
मृदा में पानी रोकने की क्षमता बढ़ाता है
लाभदायक जीवाणुओं की संख्या को बढ़ाता है
पौधों को सूक्ष्म पोषक तत्व एवं वृद्ध पोषक तत्व उपलब्ध कराता है।
गो कृपा अमृतम का छिड़काव कर के हम फसलों को फंगस व कीटो से बचा सकते हैं
अर्थात यह फंगीसाइड व इंसेंटिसाइड का भी काम करता है