रोग प्रतिरोधी :-यह बीज पौधे की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है जिससे वह रोगों और कीटनाशकों के प्रति अधिक प्रतिरोधी हो जाता है।
सुखा प्रतिरोधी :- जीवन शक्ति को बढ़ाता है जिससे यह कम पानी या सूखे की स्थिति में भी अधिक सक्षम हो
विपरीत परिस्थितियों में भी अंकुरण :- अचानक वायुमंडलीय परिवर्तन या अन्य अप्रत्याशित घटनाएं होती हैं, लेकिन वह फिर भी फसल उगाने में सक्षम होता है
पोषक तत्व से भरपूर :- इसमें प्रोटीन, विटामिन, खनिज, ट्रेस तत्व आदि जैसे पोषक तत्व अच्छी मात्रा में होते हैं। यह हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है।
कट प्रतिरोधी :- बीज जो पौधे को कीड़ों और अन्य कीटों से बचाने में मदद करता है। यह बीज पौधे को विशेष रूप से प्रतिरोधी बनाता है ताकि यह कीड़ों के हमलों से प्रभावित न हो।
कम खाद की आवश्यकता :- खाद पौधों को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है जो उनकी उत्पादकता और स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद करता है।